सेबी को करियर के रूप में क्यों चुनें

भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड अधिनियम, 1992 (सेबी एक्ट, 1992) की उद्देशिका में भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) के मूल कार्यों का उल्लेख इस प्रकार है - प्रतिभूतियों (सिक्यूरिटीज़) में निवेश करने वाले निवेशकों के हितों का संरक्षण करना, प्रतिभूति बाजार (सिक्यूरिटीज़ मार्केट) के विकास का उन्नयन करना तथा उसे विनियमित (रेग्यूलेट) करना और उससे संबंधित या उसके आनुषंगिक विषयों का प्रावधान करना ।

इन कार्यों के निर्वहन के दौरान तथा भारत के पूंजी बाजारों के विनियामक (रेग्यूलेटर) की भूमिका निभाते हुए, भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड अधिनियम, 1992 (सेबी एक्ट, 1992) के तहत प्रदान की गई शक्तियों का प्रयोग करता है और अर्ध-वैधानिक, अर्ध-न्यायिक तथा अर्ध-कार्यकारी निकाय तीनों की भूमिका निभाता है । इसके अलावा, भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) अन्य अधिनियमों, जैसे प्रतिभूति संविदा (विनियमन) अधिनियम, 1956 [सिक्यूरिटीज़ कॉण्ट्रैक्ट्स (रेग्यूलेशन) एक्ट, 1956], निक्षेपागार अधिनियम, 1996 (डिपॉजिटरीज़ एक्ट, 1996) तथा कंपनी अधिनियम, 2013 (कंपनीज़ एक्ट, 2013) के तहत प्रदान की गई शक्तियों का भी प्रयोग करता है ।

भारत में प्रतिभूति बाजार (सिक्यूरिटीज़ मार्केट) के विकास और विनियमन (रेग्यूलशन) पर ध्यान देने के साथ-साथ, भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) निवेशकों के हितों का संरक्षण करने के लिए भी प्रतिबद्ध है । निवेशक जागरूकता और वित्त संबंधी ज्ञान की दिशा में योगदान देने के साथ-साथ, भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) प्रतिभूति बाजार (सिक्योरिटीज़ मार्केट) में निवेश करने वाले निवेशकों की शिकायतों का भी सक्रिय रूप से निवारण करने का प्रयास करता है, ताकि न केवल निवेशकों के हितों का संरक्षण हो सके बल्कि उनका भरोसा तथा उनकी सहभागिता भी और बढ़े ।

भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) न केवल आयस्को के बोर्ड का बल्कि नीतियाँ तथा मानदंड निर्धारण करने वाली इसकी ज्यादातर समितियों का भी सदस्य है, और इस प्रकार भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) दुनियाभर के प्रतिभूति बाजारों (सिक्यूरिटीज़ मार्केट) हेतु मानदंड एवं नीतियाँ निर्धारित करने की प्रक्रिया में अहम भूमिका भी निभाता है ।

इस प्रकार भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) युवा और महत्त्वाकांक्षी लोगों को चुनौतीपूर्ण कार्य करने के अवसर प्रदान करता है ।